मानसिक लक्षणों का समूह है ‘स्क्रीजोफ्रेनिया’ रोग

Posted on 05-Jun-2015 11:14 AM




उदयपुर. स्क्रीजोफ्रेनिया रोग ऐसे मानसिक लक्षणों का समूह हैं, जिसमें ग्रसित व्यक्ति वास्तविक व अवास्तविक की पहचान करने में असमर्थ होता है। एक प्रतिशत जनसंख्या इस रोग से ग्रसित होती है। एमबी चिकित्सालय के मानसिक रोग विभागाध्यक्ष डाॅ. सुशील खेराड़ा के अनुसार रोगी में मतिभ्रम, आकरण वहम, विचारों में विकृति, भाव शून्यता, बहुत कम बोलना, खुशी प्रकट करने का अभाव, प्रत्येक गतिविधि में अरुचि, लम्बे समय तक एक ही स्थिति में रहना, लोगों से बातचीत करने में कठिनाई होना, अजीब अवाजे सुनाई देना आदि लक्षण पाए जा सकते हैं। यह रोग वंशानुगत, गर्भावस्था में वायरस संक्रमण, प्रसव में जटिलता व जीवन की तनावपूर्ण स्थितियों के कारण हो सकता है। इसका निदान लक्षण, अनुसंधान व अनुमान पर आधारित है। यह मधुमेह, ब्लड प्रेशर आदि रोगों की भांति ही है, जिसमें ग्रसित व्यक्ति निरंतर समय पर दवा लेने से सामान्य जीवन जी सकता है। कुछ रोगियों में ंिहंसक प्रवृति भी होती है। दवाओं से वांछित सुधार नहीं होता है। ऐसे रोगियों को इसीटी उपचार की आवश्यकता होती है। समय पर उचित इलाज नहीं मिलने, तिरस्कार व सामाजिक असहयोग की स्थिति में स्क्रीजोफ्रेनिया रोगी मानसिक रूप से विकलांग भी हो सकता है। 


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